कोरापुट में आईएफएस और सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल पर प्रक्षेत्र दिवस-सह-प्रशिक्षण आयोजित

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कोरापुट में आईएफएस और सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल पर प्रक्षेत्र दिवस-सह-प्रशिक्षण आयोजित

ओडिशा सरकार के डीएएफई द्वारा वित्त पोषित जैव-पोषक परियोजना के अंतर्गत 05 अगस्त 2025 को कोरापुट जिले के कोटपाड़ प्रखंड के एकम्बा गाँव में “एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) और सीआरआरआई जैव उर्वरक मॉडल को अपनाने पर एक प्रक्षेत्र दिवस-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम” आयोजित किया गया। सीआरआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रधान अन्वेषक डॉ. उपेंद्र कुमार ने एंडो एन, एंडो एनपीके, टेक डीकंपोजर और अजोला जैसे सीआरआरआई उत्पादों के प्रयोग के बारे में बताया। डॉ. सुदीप्त पॉल ने परियोजना के उद्देश्यों के बारे में जानकारी प्रदानक की जबकि डॉ. बिस्वजीत मंडल ने जैव उर्वरकों के आर्थिक और पर्यावरणीय लाभों पर प्रकाश डाला। डॉ. ए.के. मुखर्जी ने दालों और सब्जियों में ट्राइकोडर्मा के उपयोग पर चर्चा की और डॉ. एनी पूनम ने एकीकृत कृषि प्रणालियों के बारे में वर्णन किया। कृषि विज्ञान केंद्र, कोरापुट के अध्यक्ष डॉ. बिश्वनाथ साहू ने नकदी फसलों, डेयरी और मुर्गीपालन के लिए समग्र दृष्टिकोण पर जोर दिया, जबकि डॉ. सुनीता दंडसेना ने जलवायु परिवर्तन के तहत फसल पोषक तत्व प्रबंधन पर प्रकाश डाला। श्री बिजय कुमार महंत, कृषि और किसान कल्याण अधिकारी ने बागवानी और कंद फसलों के माध्यम से राजस्व सृजन पर जोर दिया। डॉ. अंशुमान पटनायक (प्रगति संगठन) ने जैव उर्वरक प्रयोग पर मार्गदर्शन दिया और डॉ. साई कृष्ण रेपल्ली, अनुसंधान सहयोगी ने इसके व्यावहारिक उपयोग का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती लूना पंडा (कार्यकारी निदेशक, प्रगति) ने किया और अमित माइती एवं परियोजना कर्मचारियों ने इसमें सहयोग किया। कुल 44 किसानों (38 महिलाएँ, 6 पुरुष) ने भाग लिया और वैज्ञानिकों के साथ सक्रिय चर्चा के माध्यम से कार्यक्रम से लाभान्वित हुए।

Author: crriadmin