जैव-पोषक परियोजना के तहत जैवउर्वरक मॉडल गांव विकसित करने पर विचार-मंथन सत्र
भाकृअनुप-केंद्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक ने 18 जून, 2025 को जैव-पोषक परियोजना (ईएपी-416) के तहत जैव-उर्वरक मॉडल गांव की स्थापना के लिए प्रमुख संकेतकों को अंतिम रूप देने के लिए एक विचार-मंथन सत्र आयोजित किया। भाकृअनुप-सीआरआरआई के निदेशक डॉ. जी ए के कुमार ने इस सत्र की अध्यक्षता की और इसका नेतृत्व डॉ. सुदीप्त पॉल ने किया। डॉ. उपेंद्र कुमार ने पहल की पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी दी।
भाकृअनुप-आईआईडब्ल्यूएम, भुवनश्वर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. एस.के. मिश्र, भाकृअनुप-सीएचईएस के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पी. श्रीनिवास, कालाहांडी के पूर्व डीडीए श्री एल.के. पलटसिंह और कृषि विज्ञान केंद्र, कटक के अध्यक्ष डॉ. रंजन महंत विशेषज्ञों ने गांव चयन मानदंड प्रस्तावित किए। सह-प्रधान अन्वेषक डॉ. एनी पूनम, डॉ. पी. पन्नीरसेल्वम, डॉ. ए.के. मुखर्जी, डॉ. बी. मंडल और डॉ. डी. चटर्जी ने हस्तक्षेप रणनीतियों और गतिविधियों में योगदान दिया।
श्री जगत सिंह (आरसीओएनएफ), श्री प्रभाकर अधिकारी (प्रगति एनजीओ) और डॉ. सुभाशीष बल (प्रगतिशील किसान) द्वारा मूल्यांकन संकेतक सुझाए गए, जो वर्चुअल रूप से शामिल हुए। फसल उत्पादन प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. प्रताप भट्टाचार्य ने मुख्य परिणामों का सारांश प्रस्तुत करके सत्र का समापन किया।
इस सहयोगात्मक सत्र ने एक टिकाऊ, किसान-संचालित जैवउर्वरक मॉडल गांव की नींव रखी।
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