सीआरआरआई में पीएम-किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त जारी करने की सीधा प्रसारण कार्यक्रम आयोजित ![]()
भारत सरकार के माननीय केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम ने 19 नवंबर 2025 को केंद्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक एवं कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा आयोजित पीएम-किसान की 21वीं किस्त प्रदान किए जाने कार्यक्रम का सीधा प्रसारण बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री-किसान सम्मान निधि योजना अपनी शुरुआत से ही किसानों को प्रत्यक्ष आय सहायता प्रदान करके, उनकी वित्तीय स्थिरता को बढ़ाकर, कृषि आदानों में निवेश को बढ़ावा देकर और ऋण स्रोतों पर उनकी निर्भरता को कम करके किसानों की स्थिति को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है”। माननीय मंत्री ने आगे कहा कि पीएम किसान योजना के तहत वित्तीय सहायता का 21वां वितरण देश भर के किसानों को समर्थन देने के सरकार के चल रहे प्रयासों में एक और मील का पत्थर है। भारत सरकार राज्य सरकार के साथ मिलकर पीएम किसान योजना जैसी विभिन्न पहलों के माध्यम से कृषक समुदाय, विशेष रूप से आदिवासी किसानों को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है ताकि वे सामाजिक-आर्थिक विकास के व्यापक ढांचे में पीछे न रहें। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों का कम प्रयोग करने का आह्वान किया तथा जैविक खेती पर जोर दिया।
सीआरआरआई के निदेशक डॉ. जी.ए.के. कुमार ने माननीय केंद्रीय मंत्री का हार्दिक स्वागत किया और ओडिशा में पीएम-किसान योजना के लाभों पर उपस्थित जनसमूह को इसके बारे में वर्णन किया। उन्होंने माननीय केंद्रीय मंत्री से ओडिशा के प्रत्येक जिले में उन किसानों के लिए सुविधा केंद्र बनाने का आग्रह किया जो अभी भी इस योजना का लाभ उठाने के लिए पंजीकरण से वंचित रह गए हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. एस.डी. महापात्र ने स्वागत भाषण देते हुए लाभार्थियों को सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करने में इस योजना के अभूतपूर्व प्रभाव पर प्रकाश डाला।
एक किसान संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें ओडिशा के विभिन्न जिलों से लगभग 286 किसानों और कृषक महिलाओं ने भाग लिया। माननीय केंद्रीय मंत्री ने किसानों से चर्चा की और ओडिशा में कृषि विकास में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया। डॉ. के. चक्रवर्ती और डॉ. पी.सी. जेना कार्यक्रम से संबंधित सभी आयोजनों का समन्वयन किया। आयोजन समिति के सह-अध्यक्ष डॉ. विश्वजीत मंडल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया।
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