गंजाम और नबरंगपुर जिलों के एफपीओ सदस्यों के लिए “सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल को अपनाने” पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
ओडिशा सरकार द्वारा वित्त पोषित जैव पोषक परियोजना के तहत 13-14 अगस्त 2025 के दौरान भाकृअनुप-सीआरआरआई, कटक में गंजाम और नबरंगपुर जिलों के किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के सदस्यों के लिए “सीआरआरआई जैव उर्वरक मॉडल को अपनाने”पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। भाकृअनुप-सीआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. जी ए के कुमार ने 13 अगस्त, 2025 को इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। डॉ. उपेंद्र कुमार (पाठ्यक्रम निदेशक) ने परियोजना के उद्देश्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसके बाद प्रतिभागियों ने सीआरआरआई से अपनी योजनाएँ और आवश्यकताएँ साझा कीं।
तकनीकी सत्रों में डॉ. ए.के. मुखर्जी और डॉ. एनी पूनम (परियोजना के सह-प्रधान अन्वेषक) ने सब्जियों और दालों में ट्राइकोडर्मा और राइजोबियम के उपयोग के लाभों पर चर्चा की साथ ही एकीकृत कृषि प्रणालियों में जैव उर्वरकों की भूमिका पर भी चर्चा की। डॉ. दिव्येंदु चटर्जी (पाठ्यक्रम समन्वयक) ने मृदा परीक्षण पर एक सत्र प्रस्तुत किया।
डॉ. जी ए के कुमार की अध्यक्षता में समापन कार्यक्रम 14 अगस्त, 2025 को आयोजित किया गया। अपने अभिभाषण में डॉ. कुमार ने कृषक समुदाय द्वारा सीआरआरआई जैव उर्वरकों को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में एफपीओ की भूमिका पर जोर दिया।
दोनों जिलों के 16 एफपीसी का प्रतिनिधित्व करने वाले कुल 46 प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। प्रतिभागियों में मुख्यमंत्री मक्का मिशन, कृषि भवन, ओडिशा के विशेषज्ञ और गंजाम जिले के एक गैर सरकारी संगठन के साथ-साथ एफपीसी सदस्य भी शामिल थे।
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