चावल आधारित खाने-के-लिए तैयार और पकाने-के-लिए तैयार खाद्य उत्पादों में उद्यमियों को सशक्त बनाना
भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक के कृषि व्यवसाय इन्क्यूबेशन सेंटर द्वारा 9 से 13 दिसंबर 2024 के दौरान चावल आधारित खाने-के-लिए तैयार (रेडी-टू-ईट) और पकाने-के-लिए तैयार (रेडी-टू-कुक) खाद्य उत्पादों में उद्यमिता विकास पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में ओडिशा के विभिन्न जिलों के 15 उद्यमियों ने भाग लिया और प्रतिभागियों को नवीन चावल आधारित खाद्य उत्पादों को विकसित करने, उद्यमशीलता उपक्रमों को बढ़ावा देने के लिए कौशल और ज्ञान से लैस करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. ए.के. नायक ने रोजमर्रा की जिंदगी, सांस्कृतिक विरासत, जैव विविधता और पर्यटन में चावल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने और सुविधाजनक और पौष्टिक खाद्य विकल्पों की बढ़ती उपभोक्ता मांग को पूरा करने के लिए चावल के मूल्य संवर्धन की क्षमता पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में, उन्होंने चावल की बहुमुखी उत्पादों को रेखांकित किया एवं इसे अनुष्ठानों, दिन-प्रतिदिन की जरूरतों और आर्थिक महत्व से जोड़ा। समाजविज्ञान प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. जी.ए.के. कुमार ने भी प्रतिभागियों से चर्चा की। डॉ. एम. शिवशंकरी और डॉ. एन. बोरकर प्रशिक्षण कार्यक्रम के पाठ्यक्रम निदेशक थे, जबकि सुश्री श्रुति स्नात पंडा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की समन्वयक थीं। प्रशिक्षण ने प्रतिभागियों को उत्पाद विकास, बाजार के रुझान और व्यावसायिक रणनीतियों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की, जिससे चावल आधारित खाद्य क्षेत्र में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा मिला। इस पहल ने महत्वाकांक्षी उद्यमियों और हितधारकों को आकर्षित किया, जिससे चावल आधारित कृषि व्यवसाय के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए एक सहयोगी शिक्षण वातावरण को बढ़ावा मिला।
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